Skin Ageing Habits: एजिंग एक बेहद कॉमन समस्या है, जो आजकल लोगों को उम्र से पहले ही दिखने लगी हैं। इसकी वजह आपकी कुछ आदतें हैं।
उम्र का पता हमारे शरीर से काफी हद तक पता चल जाता है। हमारे शरीर में न्यूट्रिएंट्स कैसे अब्सॉर्ब होते हैं यह भी समय के साथ बदलता है क्योंकि पाचन प्रक्रिया बदल जाती है। उम्र बढ़ने के संकेत आपकी त्वचा में भी दिखाई देते हैं। हालांकि कुछ ऐसे पर्यावरणीय कारक हैं जो एजिंग के साइन को फास्ट कर देते हैं। ऐसे में इनहें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। कुछ ऐसी चीजें हैं जो हम सभी रोजाना करते हैं, जिसकी वजह से एजिंग के साइन जल्दी दिखने लगते हैं।
सर एच एन रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के डर्मेटोलॉजी डिपार्टमेंट में कंसल्टेंट डर्मेटोलॉजिस्ट और वेनेरोलॉजिस्ट डॉ सोनाली कोहली ने एचटी से बातचीत के दौरान इन आदतों के बारे में बताया है जो उम्र बढ़ने के लक्षण को फास्ट कर सकती हैं।
1) इंफ्लामेटरी डायट – एजिंग की बात आती है तो हमारी लाइफस्टाइल पर सवाल होते हैं। सबसे जरूरी फैक्टर आपका खानपान है। इसमें मूल रूप से इंफ्लामेटरी या नॉन इंफ्लामेटरी गुण होते हैं। जो लोग इंफ्लामेटरी डायट फॉलो करते हैं, उन्हें पहले डेड सेल्स का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि कोशिकाएं टेलोमेरेज नामक एंजाइम के प्रभाव में होती हैं, जो सेलुलर उम्र बढ़ने के लिए जिम्मेदार है।
2) स्मोकिंग और अल्कोहल- स्मोकिंग या अत्यधिक शराब का सेवन और खराब डायट हमारे शरीर में तनाव और सूजन को बढ़ाने में योगदान करती है। यह हमारे शरीर को ज्यादा अल्कालाइन और कम क्षारीय भी बनाता है, जो उम्र बढ़ने के प्रोसेस को फास्ट करता है। आपको ऐसी डायट लेनी चाहिए जो एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर हो, जो एक एंटी-एजिंग तंत्र के रूप में काम करे। ऐसे खाने की चीजें जो ओमेगा -3 से भरपूर होते हैं जैसे अखरोट, स्वस्थ तेलों की ओर रुख करना, ये सभी एंटी-एजिंग में मदद कर सकते हैं।
3) सनस्क्रीन का इस्तेमाल – सोलर क्षति उम्र बढ़ाता है, अगर आप सनस्क्रीन का इस्तेमाल नहीं करते हैं। रिपोर्ट्स से पता चला है कि सौर उम्र बढ़ने से वास्तव में उम्र बढ़ने की प्रक्रिया में तेजी आ सकती है क्योंकि यह ज्यादा कोलेजन टूटने की ओर जाता है। ऐसे में सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना जरूरी है।
4) एक्सरसाइज न करना– एक्सरसाइज एंटी-एजिंग का एक बहुत ही जरूरी घटक है। एक्सरसाइज हमें मौजूदा मांसपेशियों के टोन और टेक्शचर को बनाए रखने के साथ-साथ नई मांसपेशियों को ताकतवर बनाने में मदद करता है।