जबलपुर-जबलपुर पुलिस ने बुधवार को अनुराग साहू सहित तीन अधिवक्ताओं और उनके मुंशी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। इसमें गौर करने वाली बात यह है कि साहू आत्महत्या कर चुके हैं। इन सभी पर इंस्पेक्टर संदीप अयांची पर रेप का आरोप लगाने वाली एक पुलिसकर्मी के नाम पर जस्टिस संजय द्विवेदी को कथित तौर पर दो ‘आपत्तिजनक’ पत्र लिखने के आरोप में एफआईआर की गई है।साहू ने 30 सितंबर को अयांची की जमानत याचिका पर सुनवाई के बाद फांसी लगा ली थी। साहू की आत्महत्या के बाद वकीलों ने विरोध प्रदर्शन किया था और हाईकोर्ट की इमारत में आगजनी की थी। न्यायमूर्ति द्विवेदी ने जबलपुर के एसपी से इस बात की जांच करने को कहा था कि पत्र किसने लिखा था। अधारताल पुलिस ने इसकी जांच शुरू की। जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि अयांची की पत्नी ने वकील के तौर पर साहू को हायर किया थाबाद में, वरिष्ठ वकील मनीष दत्त को भी आरोपी की ओर से पेश होने के लिए हायर किया गया था। पुलिस का कहना है कि पत्र शिकायतकर्ता ने नहीं बल्कि साहू और अधिवक्ता ओंकार पटेल ने लिखे थे। पुलिस के अनुसार पटेल ने एक अन्य अधिवक्ता शिव नारायण विश्वकर्मा और लिपिक राजा चौधरी के साथ 26 सितंबर को सिविक सेंटर डाकघर से पहला पत्र पोस्ट किया था।पुलिस का कहना है कि दूसरा पत्र पटेल और चौधरी ने रेलवे स्टेशन डाकघर से 28 सितंबर को पोस्ट किया था। जांच के बाद सिविल लाइंस थाना पुलिस ने साहू, पटेल, विश्वकर्मा और चौधरी के खिलाफ आईपीसी की धारा 182, 419, 420,465, 469, 471, 500 और 120 (बी) के तहत मामला दर्ज किया है। साहू को छोड़कर, जिन्होंने आत्महत्या कर ली, सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।