मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के सेगाव तहसील के तलकपुरा के ग्रामीणों ने गौवंश में लंपी वायरस को लेकर ग्राम बंद कर खंडवा वड़ोदरा राजमार्ग पर चक्का जाम भी किया। तलकपुरा के ग्रामीणों ने लम्पी वायरस के प्रकोप के चलते बुजुर्गों द्वारा सुझाए गए टोने-टोटके के तहत शुक्रवार को गांव की दुकानें बंद रखीं तथा अपने खेतों में भी नहीं गए। उन्होंने करीब 45 मिनट तक खंडवा वड़ोदरा राजमार्ग पर चक्का जाम भी कर दिया। तलकपुरा के पूर्व सरपंच रघुवीर सिंह ने बताया कि गांव में करीब 150 गौवंश लम्पी वायरस से प्रभावित हैं और 11 गाय और नौ बैल मर भी चुके हैं। उन्होंने बताया कि ग्रामीण चिंतित हैं और पशु विभाग उचित कार्रवाई नहीं कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि ग्रामीण निजी चिकित्सकों से इलाज के लिए मजबूर हैं। उनके साथ अन्य ग्रामीणों ने बताया कि बुजुर्गों की परंपरा और टोने-टोटके के तहत आज वह अपने खेतों में नहीं गए और दुकान बंद कर गांव की सीमा पर जाकर पूजा अर्चना की। उन्होंने पूरे दिन किसी को गांव के अंदर आने नहीं दिया न ही वह गांव से बाहर गए। ग्रामीणों ने बताया कि यह प्रक्रिया काकड़ बंधन या ग्राम बंधन कहलाती है। ग्रामीणों ने किया चक्का जाम
ग्रामीणों ने खंडवा वड़ौदरा राजमार्ग पर करीब 45 मिनट तक चक्का जाम कर जमकर प्रदर्शन भी किया। खरगोन के उपसंचालक पशु सी के रत्नावत ने बताया कि विभाग लगातार लंपी वायरस से ग्रसित गायों का उपचार कर रहा है। उन्होंने बताया कि पूर्व में पूरे जिले की गौशालाओं की आठ हजार गायों को टीके लगा दिए गए थे, इसके बाद जनसहयोग से प्राप्त 45000 वैक्सीन भी लगाई गई हैं। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को विभाग को एक लाख वैक्सीन और प्राप्त हो चुकी हैं तथा शिविर लगाकर उपचार किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि तलक पुरा में भी विभाग ने लगातार काम किया है किंतु सरपंच और पूर्व सरपंच के आपसी समन्वय के अभाव के चलते ग्रामीण इसे मुद्दा बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व सरपंच तथा अन्य ग्रामीणों के दावे गलत हैं।