स्मॉल-कैप इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश करना जोखिम भरा है लेकिन यह बुल मार्केट में सबसे ज्यादा रिटर्न देता है। एक स्मॉल-कैप इक्विटी म्यूचुअल क्वांट स्मॉल कैप फंड इसका एक ताजा उदाहरण है।
Mutual fund calculator: स्मॉल-कैप इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश करना जोखिम भरा है लेकिन यह बुल मार्केट में सबसे ज्यादा रिटर्न देता है। एक स्मॉल-कैप इक्विटी म्यूचुअल फंड (small-cap equity mutual fund), क्वांट स्मॉल कैप फंड (Quant Small Cap Fund) इसका एक ताजा उदाहरण है। इस इक्विटी फंड ने लगभग 35 प्रतिशत प्रति सालाना रिटर्न दिया है और इसके बेंचमार्क यानी एसएंडपी बीएसई 250 स्मॉलकैप टीआरआई ने पिछले 3 वर्षों में लगभग 28.5 प्रतिशत प्रतिवर्ष का CAGR रिटर्न दिया है। क्वांट स्मॉल कैप फंड ने न केवल अपने सभी पीयर फंडों को बल्कि 3 साल की समय सीमा में कैटेगरी एवरेज और बेंचमार्क को भी पीछे छोड़ दिया है और इस समयावधि में प्रति 54 प्रतिशत सालाना रिटर्न दिया है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
क्वांट स्मॉल कैप फंड पर बोलते हुए निधि मनचंदा, हेड ऑफ ट्रेनिंग – रिसर्च एंड डेवलपमेंट, फिंटू ने कहा, “क्वांट स्मॉल कैप फंड ने हाई रिटर्न देने के साथ-साथ जोखिम को भी काफी अच्छी तरह से प्रबंधित किया है। यह नकारात्मक जोखिम को कंट्रोल करने में भी कामयाब रहा है।”
क्या आपको निवेश करना चाहिए?
इस स्मॉल-कैप इक्विटी म्यूचुअल फंड में अब निवेश करना चाहिए या नहीं, इस पर फिंटू के सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर ने कहा, “इस फंड में, स्मॉल कैप शेयरों में मौजूदा एक्सपोजर लगभग 54 फीसदी, मिड कैप- 25 फीसदी और लार्ज कैप- 20 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। चूंकि यह तीनों बाजार पूंजीकरण में शालीनता से विविध है, इसलिए आक्रामक से मध्यम निवेशक इस फंड में निवेश कर सकते हैं। साथ ही, इस फंड में कम से कम 5 साल की लंबी अवधि के निवेश कार्यकाल के लिए निवेश करना चाहिए। ” हालांकि एक्सपर्ट ने कहा कि एक बार में एकमुश्त लगाने के बजाय इस फंड में SIP शुरू करने का सुझाव दिया जाएगा।
माईफंडबाजार के सीईओ और संस्थापक विनीत खंडारे ने कहा, “3 साल की अवधि के लिए 54 प्रतिशत की सीएजीआर के साथ, म्यूचुअल फंड के लिए एक एसआईपी एक पसंदीदा निवेश विकल्प है।”
निवेश पर प्रभाव
वैल्यू रिसर्च के आंकड़ों के मुताबिक, अगर किसी निवेशक ने तीन साल पहले ₹1 लाख का निवेश और ₹10,000 मासिक एसआईपी का निवेश किया होता तो पिछले 3 वर्षों में किसी के निवेश का पूरी वैल्यू ₹11,27,561 था। अगर ऐसा ही 5 साल पहले किया गया होता तो किसी के निवेश का वैल्यू ₹17,27,159 होता।