मंदसौर। मंदसौर में एक बुजुर्ग किसान कलेक्टर की जनसुनवाई में लोटते हुए पहुंचा। बुजुर्ग का 14 साल से एक जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। किसान का आरोप है कि कलेक्टर कार्यालय में पदस्थ बाबू ने उसकी जमीन अपने बेटे के नाम करा ली है। कलेक्ट्रेट में बुजुर्ग का लोटते हुए वीडियो भी सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
14 साल से न्याय के लिए लड़ रहा किसान
65 वर्षीय बुजुर्ग शंकरलाल पाटीदार सीतामऊ तहसील के साखतली गांव के रहने वाले हैं। मंगलवार को शंकरलाल कलेक्टर कार्यालय के मुख्य द्वार से जनसुनवाई कक्ष तक जाने के लिए लोटने लगे। बाद में सुरक्षाकर्मी उन्हें उठाकर जनसुनवाई कक्ष में ले गए।
शंकरलाल पाटीदार ने बताया, मैं 2010 से अपनी जमीन के लिए लड़ाई लड़ रहा हूं,पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। 25 से ज्यादा बार जनसुनवाई में आवेदन दें चुका हूं। किसान ने बताया कि राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री तक को अपनी समस्या भेज चुके हैं लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हो रही है।
कलेक्टर कार्यालय में पदस्थ बाबू पर जमीन हड़पने का आरोप
किसान शंकरलाल ने आरोप लगाया कि सुरखेड़ा में कृषि भूमि सर्वे क्रमांक 604 रकबा 1.25 हेक्टर और सर्वे क्रमांक 625 रकबा 0.51 हेक्टर कुल रकबा 1.76 हेक्टेयर है। यानि कुल पौने 9 बीघा कृषि भूमि हैं। जिसे धोखे से कलेक्टर कार्यालय में पदस्थ बाबू देशमुख ने अपने बेटे अश्विनी देशमुख के नाम करा दी है। इसके लिए किसान 2010 से लड़ाई लड़ रहा है। बुजुर्ग ने अपनी हत्या की आशंका भी जताई है।