गोरखपुर: गोरखपुर के एक गांव में दबंगों ने दारोगा को पीट-पीटकर मार डाला। मामला जमीनी विवाद का बताया जा रहा है। परिजनों का कहना है कि दो पक्षों में हो रहे विवाद के दौरान वह बीच बचाव करने पहुंचे थे। इसी बीच दबंगों ने उन पर लाठी डंडों से हमला कर दिया और वह गिर गए। परिजन उन्हें अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। स्वजनों का यह भी कहना है कि अभी कुछ दिनों पहले ही उनकी हार्ट सर्जरी भी हुई थी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असली वजह पता चल पाएगी।
गोरखपुर के सहजनवा थाना क्षेत्र के भीटी रावत गांव में रविवार को एक दारोगा की पीट-पीटकर हत्या किए जाने का मामला सामने आया है। दारोगा वीरेंद्र यादव लखीमपुर के जिला कारागार में प्रधान बंदी रक्षक के पद पर तैनात थे, उनका कसूर सिर्फ इतना था कि उनके पड़ोसी सत्यपाल यादव की विवादित जमीन पर कुछ लोग मिट्टी निकालने गए थे। पड़ोसी ने जब इसका विरोध किया तो विवाद बढ़ गया। विवाद होता देख वीरेंद्र भी वहां पहुंच गए और बीच बचाव करने लगे। स्वजनों के अनुसार मनबढ़ों ने उन पर हमला कर दिया, जिससे वह घायल होकर गिर पड़े। शोर सुनकर जब परिजन वहां पहुंचे तो उन्हें उठाकर अस्पताल ले गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
आरोपियों की जल्द होगी गिरफ्तार
परिजनों ने बताया कि कुछ दिनों पहले ही उनकी ओपन हार्ट सर्जरी हुई थी। चर्चा है कि मौत की वजह हार्ट अटैक भी ही सकती है, लेकिन पुलिस ने मृतक के भाई की तहरीर के आधार पर हत्या, बलवा और मारपीट का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एसपी नॉर्थ जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि मौत की वजह हार्ट अटैक है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ चुकी है, जिसमे कोई गंभीर चोट के निशान नहीं मिले हैं। हालांकि तहरीर के आधार पर भी जांच की जा रही है। विसरा सुरक्षित रखा गया है। आरोपियों की तलाश की जा रही है उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।