कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में राहुल गांधी के बयान पर बवाल जारी है। राहुल ने जिस तरह से देश को बदनाम करने वाले बयान दिए, उसके बाद भाजपा हमलावर है। राहुल गांधी ने जिस तरह से चीन की तारीफ की, उसके बाद भाजपा कांग्रेस और चीन को भाई-भाई बता रही है।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी 10 दिन के दौरे पर इंग्लैंड में हैं। वायनाड के सांसद 3 दिनों के लिए लंदन में रहेंगे, जहां वह ब्रिटिश संसद में बोलेंगे, भारतीय प्रवासियों से मिलेंगे, इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन द्वारा आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करेंगे, निजी बैठकें करेंगे। इसके अलावा प्रसिद्ध लंदन थिंक टैंक चैथम हाउस में भी बात करेंगे।
राहुल गांधी 4 मार्च से 6 मार्च तक लंदन में रहेंगे। उनके साथ इंडियन ओवरसीज कांग्रेस (आईओसी) के प्रमुख सैम पित्रोदा भी हैं। सभी की नजर इस पर है कि राहुल ब्रिटिश संसद में क्या बोलते हैं।
वहीं असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राहुल गांधी पर निशाना साधा और कहा कि उनका भाषण ‘विदेशी धरती पर हमारे देश को बदनाम करने का एक निर्लज्ज प्रयास’ था। राहुल ने अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साध रहे हैं।
हिमंत बिस्वा सरमा ने राहुल गांधी की इस टिप्पणी पर भी हमला किया कि कांग्रेस नेता ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान आतंकवादियों को दूर से देखा था और उनके पास आए एक व्यक्ति ने उनकी ओर इशारा किया था। सरमा ने पूछा कि राहुल गांधी ने सुरक्षा एजेंसियों को घटना की सूचना क्यों नहीं दी।इसी तरह पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने चीन पर राहुल गांधी के बयानों को ‘बचकाना’ बताया। प्रसाद ने कहा, राहुल गांधी जब भी वे विदेश जाते हैं, वे भारत का अपमान करते हैं … वह जब भी विदेश जाते हैं तो ऐसा करते हैं और चीन को सद्भावना का प्रतीक कहते हैं। देश को उनका असली चेहरा देखना चाहिए… हम उनके बचकाने बयान की निंदा करते हैं।
राजनाथ का राहुल पर तंज, सोचा था भारत जोड़ो यात्रा के तहत वे कराची-लाहौर भी जाएंगे
इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिह ने कहा कि कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का उद्देश्य अपने नेता राहुल गांधी को लांच करना था। साथ ही उन्होंने चुटकी ली- 1947 में देश का विभाजन हो गया था, मैं सोच रहा था कि राहुल भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कराची या लाहौर भी जा सकते हैं, मगर वह वहां गए नहीं।