जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा है कि केंद्र की सत्ता में बैठे लोग देश में धार्मिक उन्माद फैला रहे हैं। दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति यह है कि देश का शासक वर्ग स्वयं स्वीकार करता है कि हम जुमलेबाजी करते हैं। देश में महंगाई चरम पर है। खाद्य पदार्थों पर भी जीएसटी लगाया जा रहा है। 8 साल पूर्व प्रत्येक वर्ष दो करोड़ रोजगार देने का वायदा कर सत्ता में आई नरेंद्र मोदी सरकार नौकरियों को ही समाप्त कर रही है। आउटसोर्सिंग के माध्यम से सारी नौकरियां पूंजीपतियों के हवाले कर रही है। ललन सिंह ने मंगलवार को जेडीयू द्वारा पटना में आयोजित सतर्कता एवं जागरूकता मार्च में हिस्सा लिया और केंद्र सरकार तथा भाजपा पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि साम्प्रदायिक सौहार्द के वातावरण को खराब करने की भाजपा की साजिश चल रही है। जेडीयू द्वारा इसी के विरोध में तथा लोगों को भाजपा की नीति-रणनीति के खिलाफ सतर्क करने के लिए राज्य के सभी प्रखंडों में मार्च निकाला गया। इसी क्रम में पटना में हाई कोर्ट के समीप अंबेडकर मूर्ति से गांधी मैदान तक के मार्च में ललन सिंह समेत पार्टी के तमाम बड़े नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए। मार्च के दौरान ‘देश का प्रधानमंत्री कैसा हो, नीतीश कुमार जैसा हो’- के नारे लगे। ललन सिंह ने कहा कि डॉलर के मुकाबले रुपया लगातार गिर रहा है। इस पर केंद्र सरकार का कोई ध्यान नहीं है। जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि केंद्र की सत्ता में आने के पूर्व भाजपा ने जो कुछ भी कहा था, आठ वर्षों में उनमें से कुछ नहीं किया। आज जब जनता महंगाई-बेरोजगारी पर जवाब मांग रही है, तब यह झूठ बोलकर देश का अमन चैन समाप्त करना चाहते हैं। हमें 2024 में नीतीश कुमार के नेतृत्व में केंद्र में सरकार बनानी है।