Wednesday, October 15, 2025
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एमपी बोर्ड परीक्षा के समय इस बार विषय नहीं बदल सकेंगे विद्यार्थी

माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं एवं 12वीं कक्षा की परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थी इस साल परीक्षा के समय विषय परिवर्तित नहीं कर सकेंगे। विद्यार्थियों को जो बदलाव करना है, वह अभी करना होगा। इसके लिए माशिमं अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में डमी प्रवेश-पत्र एवं नामांकन कार्ड जारी करेगा। जिसे स्कूल प्राचार्यों द्वारा डाउनलोड कर छात्र-छात्राओं को वितरित कराना होगा। प्रवेश-पत्र या नामांकन कार्ड में कोई त्रुटि होने पर विद्यार्थी को मंडल द्वारा तय तरीख में सुधार करा सकेंगे। अधिकारियों का साफ कहना है कि इस साल किसी भी स्थिति में परीक्षा के समय विषय या अन्य किसी तरह का परिवर्तन नहीं किया जाएगा।
दरअसल हाईस्कूल एवं हायर सेकंडरी के छात्र-छात्राओं की परीक्षा का उत्तरदायित्व स्कूल प्राचार्यों का होता है। मंडल की जांच में यह खुलासा हुआ है कि छात्र-छात्राओं के प्रवेश-पत्र जारी होने के बाद कुछ निजी स्कूल, प्राचार्यों के माध्यम से परीक्षा केन्द्र पर छात्र के विषयों में बदलाव कराने के बाद परीक्षा में शामिल कराते हैं। जिससे मंडल एवं छात्रों को असुविधा होती है, साथ ही ऐसे छात्रों का परीक्षा परिणाम भी तय समय पर नहीं आता। सभी विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम समय से घोषित हो सके इसलिए मंडल ने व्यवस्था में बदला किया है।
30 सितंबर तक जमा होंगे परीक्षा फॉर्म

10वीं एवं 12वीं कक्षा के परीक्षा फॉर्म भरने की आखिरी तारीख 30 सितंबर है। यह प्रक्रिया 15 जून से शुरू की गई थी। मंडल द्वारा शुरू की गई नई व्यवस्था के तहत इस साल परीक्षा फॉर्म भरने की अंतिम तारीख के 7 दिन बाद डमी प्रवेश-पत्र एवं नामांकन कार्ड जारी किए जाना है।
हर साल बैठते हैं 18 लाख से अधिक विद्यार्थी
माध्यमिक शिक्षा मंडल की हाईस्कूल एवं हायर सेकंडरी परीक्षा में हर साल 18 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं शामिल होते हैं। जिसमें 10वीं कक्षा के विद्यार्थियों की संख्या 10 लाख एवं 12वीं के विद्यार्थियों की संख्या 8 लाख के करीब होती है। इनमें कई ऐसे विद्यार्थी जो परीक्षा के समय विषय परिवर्तित करते हैं, उनके रिजल्ट समय से जारी नहीं हो पाते हैं। पिछले वर्ष करीब 700 विद्यार्थियों के रिजल्ट रोके गए थे।

यह होगा फायदा
-डमी प्रवेश-पत्र एवं नामांकन जारी होने से विद्यार्थी समय से त्रुटि सुधार कर सकेंगे।
-अंकसूची में नाम, पिता के नाम या अन्य प्रकार की त्रुटि की संभावना कम होगी।
-परीक्षा के समय विद्यार्थी विषय परिवर्तित नहीं कर सकेंग, इससे उनका रिजल्ट समय से जारी हो सकेगा।

समय से सभी विद्यार्थियों का रिजल्ट जारी हो सके। इसलिए यह व्यवस्था लागू की गई है। 30 तक सामान्य फीस के साथ परीक्षा फॉर्म जमा किए जाने हैं। इसके बाद डमी प्रवेश-पत्र जारी किए जाएंगे।
बलवंत वर्मा, परीक्षा नियंत्रक, माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्यप्रदेश

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