राजस्थान कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष गिरिजा व्यास ने गहलोत के लिए बगावत करने वाले नेताओं को नसीहत दी है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हाईकमान जो कहे, उसे मानना चाहिए। इशारा सीएम गहलोत की तरफ था। डॉ. गिरिजा व्यास दिल्ली दौरे पर हैं। इस दौरान मंगलवार सुबह 10 जनपथ पर मीटिंग में भाग लेने के लिए जाते हुए मीडिया से बात की। राजस्थान की बगावत को लेकर जब गिरिजा व्यास से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मेरा एक ही मत है कि हाईकमान जो कहे। उसे मानना चाहिए। राजस्थान के ताजा घटनाक्रम के बाद पार्टी में भरोसा रखने वाले नेताओं में गहलोत के रुख को लेकर अंदरखाने नाराजगी और तल्खी बढ़ती जा रही है।
गहलोत को मिल रही है नसीहत
राजस्थान में कांग्रेस में बगावत करने के बाद सीएम अशोक गहलोत के लिए अब पार्टी के नेताओं की नसीहत वाली बयानबाजी का दौर परवान चढ़ते नजर आ रहा है। सोमवार को राजस्थान की पूर्व राज्यपाल और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता मार्गरेट अल्वा ने ट्वीट करते हुए राजस्थान चैप्टर पर दुख जताया था। इसके बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री गिरिजा व्यास ने राजस्थान के घटनाक्रम पर अपनी नाराजगी जताई है। आपको बता दें गिरिजा व्यास मेवाड़ की कद्दावर नेता मानी जाती है। उदयपुर से कई बार सांसद रह चुकी है। केंद्र मंत्री बी रहीं है।
दस जनपथ पहुंची गिरिजा व्यास
मंगलवार सुबह 10 जनपथ पर पहुंची राजस्थान कांग्रेस की वरिष्ठ नेता डॉ. गिरिजा व्यास ने भी इस मसले पर बागी रुख रखने वाले विधायकों के नाम दो टूक शब्दों में नसीहत जारी कर दी। गिरिजा व्यास के इस बयान से एक बार फिर जाहिर है कि दिल्ली में अशोक गहलोत के रुख को लेकर वरिष्ठ नेताओं के बीच क्या राय है। उल्लेखनीय है कि गहलोत कैंप के विधायकों ने सचिन पायलट को सीएम मानने से इंकार कर दिया है। राजस्थान की सियासत में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।