देशभर में प्रतिबंधित संगठन पीएफआई के खिलाफ एनआईए की कार्रवाई के बाद कई राज्यों में भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस के नेताओं पर हमले हुए हैं। तमिनलाडु में भी बीजेपी और आरएसएस के नेताओं पर अटैक किया गया। राज्य की पुलिस ने उपद्रवियों को चेतावनी दी है कि अगर वे शांति भंग करते हैं तो राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि बीते दिनों 11 राज्यों में छापा मारकर एनआईए ने पीएफए से जुड़े करीब 100 लोगों को गिरफ्तार किया था। इसमें PFI का हेड भी शामिल था। देशभर में प्रतिबंधित संगठन पीएफआई के खिलाफ एनआईए की कार्रवाई के बाद कई राज्यों में भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस के नेताओं पर हमले हुए हैं। तमिनलाडु में भी बीजेपी और आरएसएस के नेताओं पर अटैक किया गया। राज्य की पुलिस ने उपद्रवियों को चेतावनी दी है कि अगर वे शांति भंग करते हैं तो राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि बीते दिनों 11 राज्यों में छापा मारकर एनआईए ने पीएफए से जुड़े करीब 100 लोगों को गिरफ्तार किया था। इसमें PFI का हेड भी शामिल था।
गुरुवार के बाद से बीजेपी और आरएसएस नेताओं के घरों और कार्यालयों में कई बार पेट्रोल बम से हमले हो चुके हैं। तमिलनाडु से ही एनआईए ने पीएफआई के 11 लोगों को गिरफ्तार किया था। कोयंबटूर, पोल्लाची, रामंतापुरम, एरोज और तंबारम में नेताओं पर हमले हुए थे। डीजीपी शैलेंद्र बसु ने कहा, कुछ अपराधियों ने मिट्टी के तेल की बोतल फेंकी। उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है और जांच की जा रही है। बाइक पर सवार होकर ज्यादातर हमले किए गए।
उन्होंने कहा, अगर कोई इस तरह से शांति भंग करने का प्रयास करता है तो राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत उसकी गिरफ्तारी होगी। बता दें कि रविवार को कोयंबटूर में 3500 से ज्यादा पुलिस अधिकारियों को वाहनों की जांच के लिए लगाया गया था। अडिशनल डायरेक्टर पुलिस (लॉ ऐंड ऑर्डर) पी तमाराइकन्नन ने कहा, आरएएफ का एक डिविजन, स्टेट कमांडो फोर्स के दो डिविजन और एसटीएफ की एक टुकड़ी हालात को ठीक करने के लिए काम कर रही है।