मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने 5वीं और 8वीं 2023 का वार्षिक परीक्षा शेड्यूल जारी कर दिया है। आदेश के अनुसार इस बार छात्रों से परीक्षा शुल्क नहीं लिया जाएगा। बोर्ड परीक्षा शुल्क से बच्चों को राहत दी गई है। माना जा रहा है कि राज्य सरकार के इस फैसले से निजी स्कूलों में पढ़ने वाले 32 लाख छात्रों को फायदा मिलेगा।
दरअसल बोर्ड परीक्षाओं के लिए शेड्यूल जारी कर दिया गया है। बोर्ड परीक्षा शुल्क से बच्चों को इस साल राहत दी गई है। आठवीं और पांचवी के छात्रों को बोर्ड परीक्षा की फीस नहीं भरनी होगी। इस फैसले से करीब40 हजार से अधिक निजी स्कूलों में पढ़ने वाले 32 लाख से अधिक छात्रों को फायदा मिलेगा। बोर्ड परीक्षा शुल्क के करीब 23 करोड़ का भार निजी स्कूलों पर आएगा।
बता दें कि इस बोर्ड परीक्षा का सिम्पल पैटर्न रखा गया है। 60 मार्क्स का लिखित पेपर होगा। 20 मार्क्स का प्रैक्टिकल और प्रोजेक्ट वर्क होगा। 20 प्रतिशत मार्क्स अर्धवार्षिक परीक्षा से जोड़े जाएंगे। साथ ही आठवीं कक्षा में तीसरी लैंग्वेज के लिए विकल्प दिया गया है। छात्र संस्कृत ,उर्दू ,मराठी ,हिंदी विकल्प में से कुछ भी चुन सकेंगे। पांचवी की 50 रुपए तो आठवीं के लिए 100 रुपये परीक्षा शुल्क है।मध्य प्रदेश में शिक्षक दिवस पर बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता सुनिश्चित करने बड़ा फैसला लिया था। प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की सरकारी स्कूलों के मान्यता प्राप्त सभी अशासकीय और अनुदान प्राप्त स्कूलों में 5वीं और 8वीं की परीक्षाएं बोर्ड पैटर्न में लागू करने का फैसला लिया था। जानकारी के अनुसार लगभग 15 साल बाद दोबारा 5वीं और 8वीं में बोर्ड परीक्षा होगी।