मध्य प्रदेश के उज्जैन में पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया के प्रदेश सचिव जमील शेख की गिरफ्तारी के विरोध में परिवारजनों ने शुक्रवार को हाथों में तख्तियां लेकर विरोध प्रदर्शन किया। जमील के समर्थन में लोग ‘एनआईए मुर्दाबाद’ की तख्तियां लेकर कलेक्ट्रेट ऑफिस पहुंचे। लोगों ने यहां प्रशासनिक अधिकारियों को राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन दिया।
दरअसल पीएफआई के प्रदेश सचिव जमील को बुधवार की रात 4:00 बजे के करीब एनआईए ने घर पर दबिश देकर गिरफ्तार किया था। एनआईए को शक था कि पीएफआई के लिए टेरर फंडिंग का पूरा काम जमील देख रहा था। परिवारजनों का आरोप है कि एनआईए ने बेटे का गुनाह तक नहीं बताया और इस पूरे मामले में स्थानीय पुलिस प्रशासन को भी किसी प्रकार की कोई जानकारी नहीं दी।
‘सरकार बनी RSS की कठपुतली’
जमील के परिजन गुरुवार को पहले चिमनगंज थाने पहुंचे थे फिर शुक्रवार को एटलस चौराहा पर इकट्ठा हुए और कोठी स्थित कलेक्टर कार्यालय जाकर अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन कर रहे मोहम्मद जावेद ने बताया कि किसी भी तरह का देश विरोधी काम हमारे द्वारा नहीं किया है। ईडी ने एक साल पहले फंडिंग पर जांच की थी। उस दौरान अकाउंट भी सीज़ किये गए थे लेकिन कुछ नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार आरएसएस की कठपुतली बनी हुई है।पुलिस बोली- खंगाल रहे प्रोफाइल
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि संगठन की पूरी 2 साल की प्रोफाइल चेक करा रहे हैं। स्थानीय स्तर पर जो भी असामाजिक तत्व और ऐसे संगठन जो गलत गतिविधियों में हैं, उन पर निगाह है।