अंकिता भंडारी मर्डर केस पर सीएम धामी ने सख्ती दिखाते हुए एसआईटी (SIT) का गठन किया है। शनिवार को अंकिता का शव शक्ति नहर से बरामद के बाद उत्तराखंड सरकार ने दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने हेतु पुलिस उपमहानिरीक्षक पी रेणुका देवी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर इस गंभीर मामले की गहराई से जांच के भी आदेश दे दिए हैं।
इससे पहले, अंकिता की हत्या के मुख्य आरोपी भाजपा नेता के बेटे पुलकित आर्य के रिजार्ट को ध्वस्त करने के लिए देर रात कार्रवाई की गई थी। उच्च स्तर से आदेश के बाद प्रशासन की टीम जेसीबी लेकर मौके पर पहुंचकर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की थी। शुक्रवार देर रात मौके पर पहुंची जेसीबी ने पहले रिजार्ट के गेट को तोड़ा।
उसके बाद रिजार्ट के फंर्ट में लगे शीशे और दीवार तोड़ने की कार्रवाई शुरू हुई। प्रशासन ने इससे पहले कर्मचारियों को हिरासत में लेकर रिजार्ट को सील कर दिया था। बताया जा रहा है कि, सरकार और पार्टी के स्तर पर इस घटना को बेहद गंभीरता से लिया जा रहा है। इसलिए रातोंरात रिजार्ट को ध्वस्त करने की कार्रवाई कर दी गई। शुक्रवर को घटना के खुलासे के बाद भी मौके पर जमा भीड़ ने न केवल रिजार्ट में तोड़फोड़ कर दी थी, बल्कि रिजार्ट पर बुलडोजर चलाने की मांग के नारे भी लगाए थे।
आरोपियों के गैर कानूनी रूप से बने रिजॉर्ट पर बुल्डोजर द्वारा कार्रवाई भी कल देर रात की गई है। हमारा संकल्प है कि इस जघन्य अपराध के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री उत्तराखंड