देश के सर्वश्रेष्ठ मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए होने वाली नीट 2022 की परीक्षा का रिजल्ट जारी हुआ है। लेकिन अब नीट रिजल्ट और परीक्षा आयोजित करने वाली एजेंसी पर धांधली करने का आरोप लगाया गया है। मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले की रहने वाली एक छात्रा का आरोप है कि उसके द्वारा परीक्षा के दौरान भरी गई OMR शीट को बदल दिया गया है। इसलिए फाइनल रिजल्ट में उसे जीरो अंक मिले है।
दरअसल यह मामला आगर मालवा जिले की नलखेड़ा तहसील का है। यहां भेसोदा गांव में रहने वाली लिपाक्षी पाटीदार का कुछ दिनों पहले नीट परीक्षा का रिजल्ट आया। और रिजल्ट चेक करने के बाद परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप लगाया। छात्रा को 10वीं और 12वीं की परीक्षा में डिस्टिंक्शन नंबर हासिल हुए थे। और उसकी नीट की परीक्षा भी अच्छी हुई थी लेकिन इसके बावजूद उसे जीरो अंक मिले है।
जानकारी के अनुसार लिपाक्षी पाटीदार ने 17 जुलाई को एनटीए द्वारा आयोजित नीट परीक्षा में भाग लिया था। और पिछले दिनों आए रिजल्ट में लिपाक्षी को केवल शुन्य अंक प्राप्त हुए। जिसके बाद जब उसने मेल पर प्राप्त उसकी ओएमआर शीट चेक की तो पता चला कि उसके द्वारा हल किए गए 161 प्रश्नों के स्थान पर ओएमआर शीट के आंसर बॉक्स पूरी तरह खाली निकले।
जिसके बाद लिपाक्षी ने आरोप लगाते हुए कहा कि उनके द्वारा परीक्षा के दौरान जो हस्ताक्षर किए थे वह भी उत्तर शीट में अलग थे। जो कि साफ नजर आ रहे है कि किसी ने हस्ताक्षर की कॉपी की है। इसके अलावा परीक्षा के दौरान परीक्षकों द्वारा अलग-अलग समय पर शीट पर समय डाल कर हस्ताक्षर किए थे जबकि उसे प्राप्त शीट में समय एक ही डला हुआ है।
बता दें कि छात्रा द्वारा मामले की शिकायत मानव अधिकार आयोग, महिला आयोग, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 181 पर की लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। जिसके बाद अब छात्रा के परिजनों ने हाईकोर्ट में केस फाइल किया है। लिपाक्षी डॉक्टर बनना चाहती है। इसके लिए वह जी तोड़ मेहनत कर रही है।




