Wednesday, October 15, 2025
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मध्य प्रदेश में भी PFI पर शिकंजा, इंदौर में छापेमारी के बाद एनआईए ने 3 लोगों को हिरासत में लिया

पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानी पीएफआई को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की टीम ने गुरुवार को देश के कई ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की है। इसी क्रम में एनआईए की टीम मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में बुधवार देर रात पहुंची। जहां पर उन्होंने इंटेलिजेंस व कई अधिकारियों से बातचीत करने के बाद मुंबई बाजार सहित इंदौर में पीएफआई के कई ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की है। अधिकारियों की मानें तो पीएफआई के तीन सदस्यों को एनआईए की टीम ने हिरासत में लिया है और उसे लेकर वह दिल्ली रवाना हो गई है। कुछ मीडिया रिपोर्ट में यह भी बताया जा रहा है कि इंदौर के अलावा उज्जैन में भी छापेमारी चल रही है। उज्जैन से भी एक शख्स को हिरासत में लेने की बात कही जा रही है।

बताया जा रहा है कि एनआईए और प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने मध्य प्रदेश के इंदौर के अलावा आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु समेत कुछ अन्य राज्यों में छापेमारी की है। इसके अलाव 100 से ज्यादा पीएफआई सदस्यों को हिरासत में लिए जाने की भी खबर है। 11 राज्यों में एनआईए द्वारा कार्रवाई किये जाने की बात कही जा रही है।

यह बात सामने आ रही है कि एनआईए की यह छापेमाी टेरर फंडिंग से जुड़ी हुई है। जांच एजेंसी पीएफआई कार्यकर्ताओं के आतंकवाद से कनेक्शन को खंगाल रही है। एनआईए और ईडी की टीम ने पीएफआई के स्टेट से लेकर जिला स्तर के नेताओं के घरों पर छापेमारी की है।

जांच एजेंसियों ने पीएफआई के प्रदेश और जिला स्तरीय नेताओं के घर पर रेड की है। साथ ही इस बार एजेंसियों ने मलप्पुरम जिले के मंजेरी में पार्टी के चेयरमैन सलाम परद भी शिकंजा कसा है। सलाम के खिलाफ कार्रवाई के विरोध में पार्टी कार्यकर्ताओं का विरोध प्रदर्शन जारी है। गुरुवार को बड़ी संख्या में जुटे कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी कीसमाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, एक अधिकारी ने कहा कि एनआईए यानी राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने गुरुवार सुबह पीएफआई सहित समूहों और कथित तौर पर आतंकवादियों का समर्थन करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर देशव्यापी तलाशी अभियान शुरू किया है। उन्होंने कहा कि अब तक की सबसे बड़ी सर्च के तहत कथित तौर पर आतंकी फंडिंग, प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने और प्रतिबंधित संगठनों में शामिल होने के लिए लोगों को कट्टरपंथी बनाने में संलिप्त लोगों के परिसरों पर तलाशी ली जा रही है।

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