जबलपुर-मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशन में एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण उमाशंकर अग्रवाल, जिला विधिक सहायता अधिकारी मोहम्मद जिलानी, विधि छात्रा प्रेरणा पाठक तथा 28 विचाराधीन बंदियों (20 पुरूष व 08 महिला) एवं 20 दण्डित बंदी तथा चार पैरालीगल वॉलेन्टियर्स, दण्डित पुरूष बंदी एवं 02 पैरालीगल वॉलेन्टियर्स, दण्डित महिला बंदी सहित कुल 54 बंदियों की उपस्थिति में केन्द्रीय जेल जबलपुर में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया।
विधिक साक्षरता शिविर का शुभारम्भ मॉं सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं द्वीप- प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। जिला विधिक सहायता अधिकारी मोहम्मद जिलानी द्वारा प्लीवार्गेनिंग के अंतर्गत अपराध स्वीकारोक्ति के बारे में बतलाया गया, साथ ही विधिक सहायता के माध्यम से निःशुल्क अधिवक्ता की सुविधा तथा नियुक्त पैनल अधिवक्ता की सतत निगरानी संबंधी जानकारी दी गई। सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण उमाशंकर अग्रवाल द्वारा राजीनामा योग्य प्रकरण एवं प्लीवार्गेनिंग की प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई साथ ही बंदियों को जेल में निरूद्ध अवधि का उपयोग अच्छे कार्यो में एवं नवाचार सिखने में करने हेतु प्रेरित किया गया। शिविर के दौरान जेल बंदी आर्केस्ट्रा टीम द्वारा गायन प्रस्तुत किया गया। शिविर में मंच का संचालन एवं आभार प्रदर्शन सहायक जेल अधीक्षक श्री राकेश मोहन उपाध्याय द्वारा किया गया।