झामुमो ने भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी पर पलटवार किया है। झामुमो के केंद्रीय समिति सदस्य सुप्रियो भट्टाचार्य ने पार्टी मुख्यालय पर बुधवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि बाबूलाल मरांडी ने झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन की 33 के अलावा जिन संपत्तियों का दावा किया है, उसका प्रमाण देकर उनके नाम ट्रांसफर करायें। यदि, वह ऐसा नहीं करेंगे तो उनकी संपत्तियों का विवरण सार्वजनिक किया जाएगा।
सुप्रियो ने बाबूलाल को कुरुक्षेत्र का धृतराष्ट्र बताकर कहा कि उनका संजय कोई और है। इशारा भाजपा सांसद निशिकांत दूबे की ओर था। ज्ञात है कि मरांडी ने झामुमो सुप्रीमो व राज्यसभा सांसद शिबू सोरेन के पास 250 करोड़ की 108 संपत्तियां होने का आरोप लगाया है। उन्होंने बाबूलाल मरांडी का सात जुलाई 2018 का ऑडियो-वीडियो पत्रकारों को दिखाया।
इसमें तत्कालीन राज्यपाल से मुलाकात के बाद भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र राय का एक पत्र जारी करते हुये बाबूलाल यह कहते हुये सुनाई पड़ रहे हैं कि उनकी पुरानी पार्टी ने झाविमो के छह विधायकों को भाजपा में शामिल कराने के बदले में करोड़ों का भुगतान किया है। उन्होंने बाबूलाल मरांडी से पूछा है कि वह बताएं कि उन्हें 2020 में भाजपा में शामिल होने के लिये कितने पैसे मिले।
सुप्रियो ने भाजपा के कई नेताओं पर साधा निशाना
सुप्रियो ने कहा कि बाबूलाल ने जिन नेताओं पर तत्कालीन विधायकों को पैसे पहुंचाने संबंधी चिह्वी लिखी, उसमें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश का नाम भी शामिल हैं। उन्होंने दीपक प्रकाश से सवाल किया है कि बाबूलाल के मुताबिक रणधीर सिंह को महेश पोद्दार ने दो करोड़ रुपये दिये थे। यह सही है या गलत। इसी प्रकार गणेश गंझू को दो करोड़ रुपये देने की बात चतरा सांसद सुनील सिंह को स्पष्ट करनी चाहिये।
उन्होंने विधानसभा में विरोधी दल के मुख्य सचेतक और भाजपा के विधायक बिरंची नारायण से सवाल किया है कि वह बताएं कि पूर्व मंत्री अमर कुमार बाउरी को एक करोड़ रुपये कब दिये। झामुमो ने बाबूलाल के उपरोक्त बयान के आधार पर ही पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास से यह बात स्पष्ट करने की मांग की है कि उन्होंने जानकी यादव को दो करोड़ कब दिए और सभी छह विधायकों को जो शेष रुपये 36 माह में देने थे, वह उन्हें मिला या नहीं मिला। उन्होंने आशंका जाहिर करते हुये कहा कि कहीं भाजपा के लोगों को भाजपा ने ठग तो नहीं लिया।