मध्य प्रदेश के खंडवा में युवाओं के बीच नशीली गोलियों और दवाओं को व्यापार करने वाले सात लोगों को पुलिस ने पकड़ा है। आरोपी रविवार-सोमवार की रात को नशीली दवा का व्यापार करते हुए पकड़े गए हैं। आरोपियों के पास से पुलिस ने 60 स्ट्रेप यानि लगभग 5 हजार अल्प्राजोलम गोलियांजब्त की हैं। बता दें कि अल्प्राजोलम प्रतिबंधित दवाओं में से एक है।
इसकी खरीदी – बिक्री के लिए डॉक्टर की पर्ची होना जरूरी है। लेकिन बताया जा रहा है कि खंडवा के कुछ मेडिकल व्यवसाई इसे नशेड़ीयों को अवैध तरीके से बेच रहे हैं। सभी आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। जहां से एक मुख्य आरोपी को पुलिस ने रिमांड पर लिया है। बाकियों को जेल भेज दिया गया हैं।
खंडवा के दो थाना क्षेत्रों की पुलिस ने इन माफियाओं पर शिकंजा कसा है। यह माफिया मेडिकल की आड़ में अवैध नशे का कारोबार कर रहे थे। बता दें कि पुलिस ने इंटक वासियों के पास से अल्प्राजोलम नाम की प्रतिबंधित दवा जब्त की है। खंडवा के मोघट थाना पुलिस ने इस मामले में अनील मुरलीधर बोरसे, मोहसिन फारुख खोकर, सुनील उर्फ सोनू गगनदास दुल्हानी और बबलू श्रीराम पटेल को गिरफ्तार किया है। इसी तरह पदम नगर थाना क्षेत्र से भी 3 लोगों को अवैध दवाओं की खरीदी-बिक्री करते पुलिस ने गिरफ्त में लिया है।
खंडवा पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि रविवार रात को दूध तलाई क्षेत्र में कुछ लोग नशीली दवा बेचने वाले हैं। पुलिस ने जब मौके पर दबिश दी तो वहां पर चार लोग पकड़े गए। इनमे सोनू दुल्हानी का मेडिकल शॉप भी है। वहीं अनील एमआर है। ये दोनों लोग मोहसिन और बबलू के माध्यम से नशीली दवा का कारोबार चलाते थे।
इसी तरह बदल नगर थाना पुलिस ने भी 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। जिनमें से दो आरोपी पंधाना के रहने वाले हैं। पुलिस ने इन पर 399/22,8/22 एनडीपीएस के अंतर्गत मामला दर्ज किया है। इन नशीली दवाओं के चक्कर में पड़कर कईं युवा गंभीर अपराध को अंजाम दे रहे हैं। पुलिस ने सोनू दुल्हानी की दो दिन की रिमांड पर लिया है। अन्य तीन आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। पुलिस इस मामले को अन्य लोगों की तलाश कर रही है।